CONSIDERATIONS TO KNOW ABOUT SHIV CHAISA

Considerations To Know About Shiv chaisa

Considerations To Know About Shiv chaisa

Blog Article

जो यह पाठ करे मन लाई। ता पार होत है शम्भु सहाई॥

शंकर हो संकट के नाशन। मंगल कारण विघ्न विनाशन॥

कठिन भक्ति देखी प्रभु शंकर। भये प्रसन्न दिए इच्छित वर॥

श्रावण मास विशेष : शिव बिल्वाष्टकम् का पाठ,देगा मनचाहा लाभ

श्री गणेश गिरिजा सुवन, मंगल मूल सुजान।

सांचों थारो नाम हैं सांचों दरबार हैं - भजन

अर्थ: हे नीलकंठ आपकी पूजा करके ही भगवान श्री रामचंद्र लंका को जीत कर उसे विभीषण को सौंपने में कामयाब हुए। इतना ही नहीं जब श्री राम मां शक्ति की पूजा कर रहे थे और सेवा में कमल अर्पण shiv chalisa in hindi कर रहे थे, तो आपके ईशारे पर ही देवी ने उनकी परीक्षा लेते हुए एक कमल को छुपा लिया। अपनी पूजा को पूरा करने के लिए राजीवनयन भगवान राम ने, कमल की जगह अपनी आंख से पूजा संपन्न करने की ठानी, तब आप प्रसन्न हुए और उन्हें इच्छित वर प्रदान किया।

कार्तिक श्याम और गणराऊ। या छवि को कहि जात न काऊ॥

जय हनुमान ज्ञान गुन सागर । जय कपीस तिहुँ लोक उजागर more info ॥ राम दूत अतुलित बल धामा

संकट से मोहि आन उबारो ॥ shiv chalisa in hindi मात-पिता भ्राता सब होई ।

पूजन रामचंद्र जब कीन्हा। जीत के लंक विभीषण दीन्हा॥

तब ही दुख प्रभु आप निवारा ॥ किया उपद्रव तारक भारी ।

वेद माहि महिमा तुम गाई। अकथ अनादि भेद नहिं पाई॥

शिव पंचाक्षर स्तोत्र

Report this page